मंदिर निर्माण : निधि समर्पण को तत्पर है देश

इस समय पूरे देश में भगवान राम के मंदिर निर्माण हेतु समर्पण निधि भेजने का उपक्रम चल रहा है | लगभग पाँच सौ वर्ष की संघर्ष यात्रा के पश्चात् अयोध्या

कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह ने राम मंदिर निर्माण के लिए 51 लाख रुपये का दिया दान
Ayodhya Ram Mandir Donation: राम मंदिर के लिए राज्यपाल ने दिए 51 हजार, अब CM हेमंत सोरेन की बारी
Ayodhya SriRam Mandir: निरंजनी अखाड़े के श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने श्रीराम मंदिर निर्माण को दिए 21 लाख रुपये

इस समय पूरे देश में भगवान राम के मंदिर निर्माण हेतु समर्पण निधि भेजने का उपक्रम चल रहा है | लगभग पाँच सौ वर्ष की संघर्ष यात्रा के पश्चात् अयोध्या में भगवान् श्री राम का भव्य एवं दिव्य मंदिर बनने जा रहा है | प्रत्येक आस्तिक व्यक्ति मंदिर निर्माण में सहयोग करने को तत्पर है | हिन्दू समाज की वर्षों पुरानी मनोकामना पूर्ण होने जा रही है | ऐसे में कुछ लोग जो मंदिर निर्माण के विरोधी रहे हैं वे आम जन के मन में संशय उत्पन्न करने वाले वक्तव्य दे रहे हैं | कुछ लोग चाहते हैं कि इस पवित्र अभियान को विवादित बना कर राजनीतिक लाभ प्राप्त किया जाए | अतः  प्रत्येक व्यक्ति को, जो इस अभियान से जुड़ना चाहता है, निधि समर्पण,मंदिर निर्माण एवं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें जानना अवश्यक है –

मंदिर का निर्माण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट करा रहा है | ट्रस्ट का गठन सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर भारत सरकार ने किया है | ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास जी महाराज हैं एवं सचिव श्री चम्पत राय जी हैं | चम्पत राय जी विश्वहिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं |

ट्रस्ट ने निर्माण कार्य का दायित्व लार्सन टुब्रो कम्पनी को सौंपा है तथा इस कंपनी को परामर्श देने के लिए टाटा कंसल्टेंट इंजीनियर्स की सहायता ली जा रही है | इनके अतिरिक्त आईआईटी बंबई, आईआईटी दिल्ली,आईआईटी चेन्नई , आईआईटी गुवाहाटी ,केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की के भवन निर्माण में निपुण अभियंताओं का सहयोग लिया जा रहा है | मंदिर का वास्तु (नक्शा ) अहमदाबाद के चंद्रकान्त सोमपुरा जी ने तैयार किया है |

आप अपने मोबाइल से पे-टीएम,गूगल-पे और फोन-पे आदि द्वारा सीधे-सीधे ट्रस्ट के खाते में राशि भेज सकते हैं |  श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने  भारतीय स्टेट बैंक,पंजाब नेशनल बैंक एवं बैक ऑफ़ बड़ोदा में विशेष खाते खुलवाये हैं | आप इनमें चैक द्वारा,एनईएफटी या फंड ट्रांसफर कर के ट्रस्ट के खाते में समर्पण निधि जमा करा सकते हैं | इसके अतिरिक्त संघ एवं विश्व हिन्दू परिषद  के कार्यकर्ता घर-घर जाकर समर्पण निधि एकत्रित कर कर रहे हैं उन्हें ट्रस्ट द्वारा दी गई रसीदों के माध्यम से भी समर्पण राशि दे सकते हैं | निधि समर्पण अभियान मकर संक्रांति से माघ पूर्णिमा तक चलाया जाएगा |

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट समर्पण निधि एकत्रित करने में संघ और विश्व हिन्दू परिषद की सहायता ले रहा है | सभी प्रकार की रसीदें ट्रस्ट द्वारा ही उपलब्ध कराई गई हैं | समर्पण राशि केवल ट्रस्ट द्वारा उपलब्ध कराये गए कूपन और रसीदों के मध्यम से ही एकत्रित की जा रही है | यह राशि सीधे ट्रस्ट के पास ही भेजी जाएगी |

ट्रस्ट चाहता है कि राम मंदिर निर्माण में सम्पूर्ण देश की सहभागिता हो इसके लिए प्रत्येक नगर,गाँव,मोहल्ले तक जाने वाले कार्यकर्ताओं की आवश्यकता है | संघ,विश्व हिन्दू परिषद एवं अन्य राम भक्त जो पिछले कई दशकों से राम जन्मभूमि के लिए अपने प्राण-प्रण से जुटे हैं ट्रस्ट उन्हीं संगठनों से समर्पण राशि एकत्रित करने में सहयोग ले रहा  है | साथ ही ट्रस्ट चाहता है कि देश की नई पीढ़ी भगवान् राम के आदर्शों और गुणों से परिचित हो | समर्पण निधि देने वाले को यह भी पता होना चाहिए कि कितने संघर्षों,बलिदानों और प्रमाणों की प्रस्तुति के पश्चात मंदिर निर्माण होने जा रहा है | निधि समर्पण के साथ-साथ अपनी संस्कृति और धर्म के प्रति भाव जागरण कराने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है |  कोई भी संगठन या व्यक्ति विश्व हिन्दू परिषद आदि से संपर्क किया बिना भी सीधे-सीधे ट्रस्ट के नाम राशि व अपना सन्देश भेज सकता है |

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अपनी वेब साईट पर ट्रस्ट एवं निधि समर्पण से सम्बंधित जानकारी उपलब्ध करा दी है | यह स्वैच्छिक समर्पण है जिसकी जितनी श्रद्धा हो करे, चाहे जिस मध्यम (बैंक,ऑनलाइन या रसीद द्वारा ) से करे | देश के प्रत्येक राम भक्त का  कर्तव्य है कि वह निधि समर्पण एवं मंदिर निर्माण के विषय में प्रामाणिक व्यक्तियों एवं माध्यमों से ही जुड़े | यह कोई राजनीतिक अभियान नहीं  है अतः इसे धार्मिक एवं सांस्कृतिक अनुष्ठान मानकर ही जुड़ें | भगवान राम सबके हैं इसीलिये सभी जनों की सहभागिता का प्रयास किया जा रहा है

डॉ.रामकिशोर उपाध्याय

COMMENTS

WORDPRESS: 0
DISQUS: 0